इंदौर / बिना नौकरी किए 19 महीने तक वेतन लेने वाला बाबू हुआ सस्पेंड

बिना नौकरी किए 19 महीने से वेतन लेने वाले शासकीय शारदा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बाबू प्रशांत शास्त्री को सस्पेंड कर दिया गया। जांच रिपोर्ट में वह दोषी निकला। इसके बाद संयुक्त संचालक ने सस्पेंड करने के आदेश दिए। प्रशांत को बीईओ कार्यालय में अटैच किया गया है। अब यह जांच भी होगी गैरहाजिर रहने के बावजूद उसका वेतन कैसे जारी हो गया? ऐसे में उसे जारी किए गए लगभग साढ़े आठ लाख रुपए की वसूली के आदेश भी हो सकते हैं।



प्रशांत को विभागीय आदेश के तहत डाइट में अटैच किया गया था, लेकिन उसने वहां जॉइन नहीं किया। 19 महीने बाद जब डीईओ ने उसे रिलीव करने के लिए डाइट प्राचार्य को पत्र लिखा तो जवाब मिला कि उसने यहां जॉइन ही नहीं किया। ऐसे में उसे यहां से कैसे रिलीव किया जाए? इसके बाद डीईओ आरके मकवानी ने जांच के आदेश दिए थे। तीन प्राचार्यों ने जांच पूरी कर रिपोर्ट 19 नवंबर को डीईओ को सौंपी।


20 नवंबर को रिपोर्ट संयुक्त संचालक मनीष वर्मा के पास पहुंची। सोमवार को उन्होंने प्रशांत को दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया। संयुक्त संचालक ने बताया कि प्रशांत को आरोप पत्र देकर उससे जवाब मांग जाएगा। संकुल प्राचार्य शीला शर्मा और अकाउंटेंट को लेकर भी जांच की जाएगी। देखेंगे कि प्रशांत नौकरी पर गया ही नहीं तो संकुल प्राचार्य ने उसका वेतन बिना उपस्थिति रजिस्टर के कैसे जारी कर दिया? अकाउंटेंट से भी पूछताछ की जाएगी।